Add To collaction

"कामिनी एक अजीब दास्तां"।

फिर चेतन उस लड़की को एक पेड़ के सहारे लेटा देता है और नदी किनारे आकर पानी की जांच करता है वह पानी अपने हाथों में लेकर उसे सुघंता है उसे भी लगता है कि पानी में से रक्त जैसी बदबू आ रही है।

तभी अचानक पानी में से एक बेहद ही खूबसूरत लड़की निकलती है चेतन निगाहें गाड़े उसकी ओर देखता है , वह चेतन की बेशर्म आंखों से बचने के लिए खुद के बदन को पानी में छुपा लेती है और कहती है

"बड़े बेशर्म मनुष्य हो, क्या पहले कभी लड़की नहीं देखी?

"तुम लड़की हो, मुझे लगा, कोई जलपरी है"। चेतन ने व्यंग भाव से कहा।
"अब जाओ यहां से, नहीं तो, तुम्हारी शिकायत गांव के सरपंच जी से कर दूंगी"।

"मैं सीबीआई ऑफिसर चेतन चुड़ैल हूं, यहां अपने केस की इन्वेस्टिगेशन के लिए आया हूं, अगर मेरे काम में कोई भी विघ्न डाला तो तुम्हें और तुम्हारे सरपंच दोनों को जेल में बंद करवा दूंगा, अब जल्दी पानी में से बाहर निकलो, मुझे, तुम पर भी शक हो रहा है, इसलिए तुम्हारी भी जांच करनी पड़ेगी"।

"आप दूसरी तरफ मुंह कर खड़े हो जाइए, मुझे कपड़े पहनना है"। लड़की ने सेहमी आवाज में कहा

"ठीक है"।

फिर चेतन दूसरी ओर मुंह करके खड़ा हो जाता है और वहां लड़की नदी से बाहर आकर अपने कपड़े पहनती है, उसी दौरान चेतन पूछता है।

"किस नस्ल की लड़कियां है इस गांव में, सब एक से बढ़कर एक बवाल है, अभी थोड़ी देर पहले तुमसे थोड़ी सी कम सुंदर लड़की मिली थी और अब तुम, क्या तुम से भी सुंदर और कोई लड़की है इस गांव में"?।

"मुझसे सुंदर तो एक ही लड़की है गांव में , पर वह बड़ी खतरनाक भी है"।

"क्या नाम है उसका"? चेतन ने पूछा

"कामपुर में काम की बात करो, यहां नाम सबके बदनाम है फिर भी बता देती हूं, कामिनी नाम है उसका"। लड़की ने कहा

"कहां मिलेगी वह"?

"वह हवा की तरह सब और है पर मिलती अपनी मर्जी से हैं"। लड़की ने कहा।

तभी चेतन पलटता है और अपनी पिस्तौल लड़की के ऊपर तान कर कहता है

"वह उसकी मर्जी से मिलती होगी पर मेरी मर्जी सब की मर्जी से जरूरी है, इसीलिए तुम , मुझे इसी वक्त उसके पास ले चलो"।

तभी चेतन के कानों में आवाज सुनाई देती है।

"कामिनी से मिलने के लिए इतनी बेसब्री किसी में नहीं देखी और वैसे भी कामिनी अपने प्रेमियों को तड़पाती नहीं है"।

चेतन पलटकर कामिनी को देखता है और कुछ क्षण ध्यान पूर्वक देखने के बाद कहता है।

"तुम कामीनी हो, हा,, हा,, हा ,,हा,, "तुमसे सुंदर तो यह पीछे वाली है, मुझे तो तुम चुड़ैल जैसी लगती हो"।

फिर पीछे मुड़कर उस लड़की से कहता है।

"मुझे नहीं लगता यह तुमसे ज्यादा सुंदर है, तुम्हारा नाम बताओ"?

"रात्रि"।
"तुम्हारी शादी हो गई है"?
"अभी नहीं हुई है"।
"करना भी मत, अभी मेरी भी नहीं हुई है"।
"पर मैं तुम्हें अपना साथी नहीं, अपनी सखी बनाना चाहती हूं"। रात्रि ने हंसते हुए व्यंग भाव से कहा।
"नाइस जोक"! "अब काम की बात करते हैं,यहां पर कुछ दिनों पहले 4 लोगों की हत्या हुई है, उसके बारे में तुम दोनों क्या जानती हो"?

"कुछ नहीं,,, सब कुछ जानती हूं"। कामीनी ने अजीब भाव से कहा

"मुहूर्त का इंतजार कर रही हो, जल्दी बताओ"? चेतन ने सख्त भाव से कहा

"यहां शिकारी ज्यादा है और शिकार बहुत कम है, इसीलिए यहां शिकार करने वाले खुद शिकार बन जाते हैं"। कामिनी ने कहा

"ओह"! "मतलब वह चारों रात में शिकार करने निकले थे और खुद शिकार बन गए"। "यह तो समझ में आता है कि उन चारों का शिकार भेड़ियों ने किया है पर यह समझ में नहीं आ रहा कि वह किन का शिकार करने के लिए निकले थे"? चेतन ने संदेह व्यक्त किया

"यह तो मैं नहीं जानती पर इतना जरूर जानती हूं कि, इस गांव  कि लड़कीया सदियों से प्रेम की प्यासी है, गांव में जब भी कोई लड़का आता है तो उसके पीछे पड़ जाती है"। कामिनी ने कहा

"मुझे लगता है, उनकी हत्या में, तुम दोनों का भी हाथ हो सकता है, इसीलिए मुझे, तुम दोनों की तलाशी लेनी होगी, दोनों एक साथ खड़ी हो जाओ और अपने हाथ ऊपर कर लो"।

"हमने कुछ नहीं किया, साहब"! "और हमारे पास कुछ नहीं है"। रात्रि ने कहा

"किसके पास क्या है? "और किसने क्या किया है? यह सब मैं पता कर लूंगा, तुम दोनों हाथ ऊपर करके खड़ी हो जाओ"।

फिर वह दोनों अपने हाथ ऊपर करके खड़ी हो जाती है, चेतन अपनी पिस्तौल की नाल रात्रि के होठों पर रखता है और उसी नाल को उसके होठों से रगढ़ता हुआ, उसके गले तक लाता है और फिर कहता है।

" इसके नीचे कुछ हो सकता है"?

फिर उसी पिस्तौल की नाल को रगड़ता हुआ उसके सीने पर जाकर रोक देता है और दोबारा कहता है

" यहां कुछ गड़बड़ी लगती है, बताओ क्या है इसके अंदर"? चेतन ने सख्त आवाज से पूछा।

"कुछ नहीं है साहब"। रात्रि में हिचकते हुए कहा

"चलो तुम कहती हो तो मान लेता हूं"।

फिर वह कामीनी की तलाशी लेता है पर तलाशी से पहले उसके बंदे हुए बालों को खोल देता है और कहता है।

"मुझे खुले बाल वाली लड़कियां अच्छी लगती है, बिल्कुल चुड़ैल जैसी"।

"अब दोबारा मेरे बालों को हाथ लगाया तो तुम्हारा, कलेजा निकाल कर खा जाऊंगी"। कामिनी ने धमकी देते हुए कहा

चेतन कामिनी के खुले बालों को देखकर आश्चर्य भाव से कहता है।

"गजब"!  "तुम तो सच में भी रात्रि से ज्यादा सुंदर हो पर मैं थोड़ा अलग प्रकार का जीव हूं, मुझे, तुम जैसी खूबसूरत लड़कियों और उनके बालों में कोई इंटरेस्ट नहीं है, क्योंकि मैं चुड़ैलों का दीवाना हूं इसीलिए इतना गुस्सा मत करो और शांत हो जाओ जानेमन"।

उसकी  बात सुनकर रात्रि और कामिनी हंसने लगती है और कामिनी चेतन से पूछती है।

"तुमने कभी चुड़ैल देखी है"?

"हां, "कल ही एक चुड़ैल से मिला था, प्यार का इजहार भी किया पर शायद वह किसी और से प्यार करती है, इसीलिए उसने जवाब नहीं दिया"।

"हम दोनों भी तो चुड़ैल हैं, अगर विश्वास नहीं है तो अपने होठों से मेरे होठों को चूम कर देखो"। कामिनी ने कहा

"कैरेक्टर लेस लड़की, "मेरा इस्तेमाल करना चाहती हो, अगर सच में चुड़ैल हो तो अपना भयानक रूप दिखाओ"।

"पहले तुम मेरे होठों को चुमो, फिर बताती हूं, मैं क्या हुं"?

फिर चेतन कामिनी के चेहरे को अपने हाथों में लेकर अपने होठों को उसके होठों के करीब लाता है और थोड़ा दूर रख कर कहता है।

"मुझे तुम्हारे होंठ पसंद नहीं है, मुझे रात्रि के होठ अच्छे लगते हैं"।

"तो ठीक है, उसके होठों को चूम लो"। कामिनी ने कहा

फिर चेतन ना आउ देखता है और ना ताऊ और रात्रि के होठों पर अपने होठों से प्रहार करता है और कुछ क्षणों तक चुमने के बाद कहता है।

"सही ढंग से मजा नहीं आया, अब तुम्हारे होठों को चूम कर देखता हूं"।

"रुको"। कामिनी ने सख्त भाव से कहा

तभी चेतन कहता है - "तुम्हारे पीछे देखो क्या है"?

कामिनी पीछे पलट कर देखती है, उसे कोई नजर नहीं आता, फिर वह जैसे ही अपनी गर्दन चेतन की तरफ मोड़ती है तो चेतन छल से उसके होठों को भी चुम लेता है और जैसे ही अपनी आंखें खोलता है।

 तो सब कुछ बदल जाता है, उसे चारों और स्वर्ग का नजारा दिखाई देता है चारों ओर फूल ही फूल दिखाई देते हैं, झरने बहते नजर आते हैं हवा में नशीली सुगंध महसूस होती है और सामने एक सोने का महल दिखाई देता है।

चेतन इस आश्चर्य को देखकर कामिनी से पूछता है - "यह हम किस दुनिया में आ गए हैं"?

"हम नहीं सिर्फ तुम, "हम तो सदियों से इसी दुनिया में है, बताओ कैसी लगी यह दुनिया,? कामिनी ने पूछा

"है तो बहुत सुंदर पर इसमें इंसानों की कमी है"। चेतन ने कहा

"इस दुनिया को देखकर तुम्हें ऐसा नहीं लगता कि तुम्हें सब कुछ मिल गया है"? कामिनी ने पूछा

"सब कुछ होगा तो सब कुछ मिलेगा ना, इतनी खास भी नहीं है यह दुनिया कि इसे पाकर सब कुछ मिल जाए, पर फिर भी मैं, एक बार महल में अंदर जाकर घूमना चाहूंगा फिर कोई स्पष्टीकरण दे पाऊंगा"।

"आज से तुम यहां के राजा हो और मैं यहां की रानी हूं, अपनी रानी को अपनी बाहों में उठा कर महल में ले चलो"। कामीनी ने निवेदन किया

"मैं अकेला, तुम दोनों रानियों को उठाकर, कैसे ले जा सकता हूं? "तुम दोनों मुझे उठा कर अंदर ले चलो तो बड़ी मेहरबानी होगी, और प्लीज! "इस बात को लेकर कोई बहस मत करना, क्योंकि राजा की कई रानी होती है और तुम दोनों तो बहुत ही समझदार हो"। चेतन ने कहा

कामिनी और रात्रि को बड़ा ही आश्चर्य होता है कि यह कैसा अजूबा है जिस पर उनकी जादुई शक्ति का असर उस तरह नहीं हो रहा जो साधारण मनुष्यों पर संभवत होता आया है क्योंकि जो भी इनके होठों को एक बार चुम लेता है वह पूर्णतया इनके वश में हो जाता है पर चेतन पूर्णतया इन के वश में नहीं होता है इसीलिए कामिनी और रात्रि चेतन को उठाकर महल में ले जाने लगती है

"आखिर क्यों कामिनी नदी के पानी में से रक्त जैसी बदबू आती है"?

"आखिर क्यों? कामिनी ने, चेतन को उसकी चोटी छूने पर जान से मारने की धमकी दी?

आखिर क्यों कामिनी के होंठों को चूमने के बाद भी चेतन को सब कुछ नहीं मिला"?

"क्या सीबीआई ऑफिसर चेतन चुड़ैल इस कहानी के रहस्य को सुलझा पाएगा या खुद ही एक रहस्य बनके रह जाएगा"?

अपने सभी प्रश्न द्वंद सस्पेंस आश्चर्य के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए
 "कामिनी एक अजीब दास्तां"

#chetanshrikrishna #kamini









   15
3 Comments

🤫

18-Feb-2022 07:29 PM

इंटरेस्टिंग स्टोरी है। देखते है आगे क्या होता....!

Reply

Ali Ahmad

17-Feb-2022 12:09 AM

गुड स्टोरी

Reply

Pamela

16-Feb-2022 07:08 PM

अब आगे क्या होगा अच्छी कहानी है आपकी।

Reply